बिहार के गया जिले के बेलागंज ब्लॉक में एक प्राचीन शिव मंदिर स्थित है जो बाबा कोटेश्वरनाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। कोटेश्वरनाथ मंदिर का निर्माण 8वी शताब्दी का माना जाता है। इस मंदिर की जड़े द्वापर काल से जुडी मानी जाती है। मंदिर को सहस्त्रलिंगी महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
कोटेश्वरनाथ मंदिर के बारे में जानें
वैसे तो मंदिर की प्रमुख विशेषता गर्भ गृह स्थित विशाल शिव लिंग है जो 1200 वर्ष पुराना माना जाता है। मंदिर की एक दूसरी विशेषता लगभग 300 मीटर की दुरी पर स्थित दुर्लभ पीपल का वृक्ष है जिसकी शाखाएं ऊपर से नीचे धरती की ओर आती है फिर ऊपर की ओर जाती है। वृक्ष को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो वृक्ष भगवान शिव को प्रणाम कर रहा हो।
प्रायः किसी भी वृक्ष की शाखा ऊपर आसमान की ओर जाती है पर इस वृक्ष की शाखाएं धरती की ओर आती है जो आम जनों के साथ ही वैज्ञानिकों के मध्य भी कौतुहल का विषय है। अब तक देश विदेश के कई वैज्ञानिक इस दुर्लभ वृक्ष पर शोध कर चुके है, पर इस दुर्लभ घटना के विषय में कोई ठोस वैज्ञानिक आधार का पता अभी तक नहीं लग पाया है।
कोटेश्वरनाथ मंदिर बेलागंज के मेन - मंझार गांव में मोरहर और दरघा नदी के संगम पर स्थित है। मंदिर की दुरी राजधानी पटना से लगभग 90 किलोमीटर एवं गया से लगभग 30 किलोमीटर है।
विज्ञान में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों व् शोध कर्ताओं को यहाँ अवश्य आना चाहिए।
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