सीता कुण्ड ,गया

Author : Neeraj Avinash   Updated: July 17, 2020   2 Minutes Read   61,940

बिहार के गया शहर में विष्णुपद मंदिर के ठीक विपरीत दिशा में स्थित सीता कुण्ड एक अत्यंत ही प्राचीन धरोहर है जो सांस्कृतिक दृष्टिकोण से एक अमूल्य विरासत है। सीता कुण्ड रामायण काल का है जहा सीता माता ने अपने ससुर दशरथ जी का पिंड दान किया था। सीता कुण्ड एक छोटा सा मंदिर है जो विष्णुपद मंदिर से ठीक विपरीत दिशा में फल्गु नदी के दूसरे किनारे पर स्थित है।

विष्णुपद मंदिर के प्रांगण से सीता कुण्ड की तरफ देखने पर मन स्वतः ही सीता कुण्ड की ओर खींचा चला जाता है जो एक समृद्ध सांस्कृतिक और पौराणिक घटना का साक्षी रहा है।

ऐसा माना जाता है कि वन गमन के क्रम में भगवान राम , सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ इस प्रदेश में आये थे , तब उनको दशरथ जी के निधन का समाचार प्राप्त हुआ था। भगवान राम और लक्ष्मण जी पिण्ड दान संपन्न कराने के लिए तैयारी करने चले गए।

इसी बिच पिण्ड दान का मुहूर्त बीता जा रहा था , इस वजह से इसी स्थान पर सीता माता ने बालू के पिंड बनाकर अपने हाथों दशरथ जी का पिंड दान संपन्न किया था।

आज भले ही ये एक छोटे मंदिर के रूप में स्थित है पर अपने आप में सीता कुण्ड एक समृद्ध पारिवारिक ,सांस्कृतिक घटनाक्रम का साक्षी है।


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