हिन्दू धर्म में हर पूजा पाठ, यज्ञ आदि में धूप देने का प्रावधान है। धूप दान के सन्दर्भ में शास्त्रों में धूप दान का महत्त्व विस्तार पूर्वक वर्णित है और माना गया है कि धूप दान के अभाव में यजमान को यज्ञ का पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता है।
विभिन्न यज्ञों में विभिन्न प्रकार की धूप दान का प्रावधान है। शास्त्रों में सोलह प्रकार के धुप माने गए हैं जिसे षोडशांग धूप भी कहा जाता है - अगर, तगर, कुष्ठ, शैलज, शर्करा, नागर, चंदन, इलायची, तज, नखनखी, मुशीर, जटामांसी, ताली, कर्पूर, सदलन और गुग्गल ।
गुग्गल धूप एक महत्वपूर्ण धूप है जिसमें अद्भुत औषधीय गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद में गुग्गल को औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। औषधि के अतिरिक्त गुग्गल का प्रयोग सुगंध तथा इत्र इत्यादि के लिए भी किया जाता है।
गुग्गल को कंडे पर डालने से पुरे वातावरण में सुगंध भर जाती है और वातावरण शुद्ध होता है , साथ ही वातावरण में मौजूद जीवाणुओं का भी नाश होता है।
घर में गुग्गल धूप का उपयोग प्रायः गुरुवार को अवश्य करना चाहिए।
आयुर्वेद में गुग्गल को उत्कृष्ट औषधि माना गया है और अनेक औषधिओं के निर्माण में गुग्गल का उपयोग किया जाता है। यदि घर में गुग्गल का धूप नियमित रूप से दिया जाये तो इससे कई लाभ सहज ही प्राप्त हो सकते हैं।
घर में यदि कोई व्यक्ति ह्रदय रोग से पीड़ित हो तो गुग्गल का धूप काफी लाभदायक होता है।
गुग्गल धूप से मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्ति को भी लाभ पहुंचाती है।
गुग्गल धूप अनिद्रा व तनावग्रस्त व्यक्तिओं के लिए भी लाभदायक मानी गई है। संध्या आरती के पश्चात गुग्गल धूप जलाने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
यदि घर में किसी टोने - टोटके का प्रभाव हो तो गुग्गल धूप काफी प्रभवशाली मानी गई है। गुग्गल के नियमित धूप दान से टोटके का प्रभाव नष्ट होता है। टोटके के प्रभाव को नष्ट करने के लिए कम से कम 7 दिनों तक गौमूत्र से घर की शुद्धि के पश्चात् गुग्गल का धूप जलाना श्रेष्ठ होता है।
गुग्गल के धुप दान से घर में सुख समृद्धि व पारिवारिक शांति आती है।
धूप दान की प्रक्रिया एक सहज प्रक्रिया है। एक कंडा या उपला जला लें , जब अंगारे दिखने लगें तब उस पर गुग्गल को रख दें। कुछ देर में गुग्गल की सुगंध पुरे वातावरण में फैल जाएगी और आस पास का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाएगा।
आप भी घर में नियमित रूप से गुग्गल धूप जलाइये और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कीजिये।
We continue to improve, Share your views what you think and what you like to read. Let us know which will help us to improve. Send us an email at support@gayajidham.com
Send me the Gayajidham newsletter. I agree to receive the newsletter from Gayajidham, and understand that I can easily unsubscribe at any time.