पारस पीपल का महत्त्व

Author : Acharya Shree Krishna Mishra   Updated: March 17, 2021   2 Minutes Read   31,110

पीपल का वृक्ष अपने आस पास हम सभी ने देखा होगा। हिन्दू धर्म में पीपल की महत्ता अद्भुत है। हिन्दू शास्त्रों में पीपल में विष्णु भगवान का निवास माना गया है। श्री भगवत गीता में योगिराज भगवान श्री कृष्ण जब अपने समग्र रूप का वर्णन करते हैं तब भगवान कहते हैं - " वृक्ष में मैं पीपल हूँ "

ज्योतिष में भी पीपल के वृक्ष को महत्वपूर्ण माना गया है ,अनेक दोषों के निवारण में पीपल को पारस पत्थर सदृश भी कहा गया है।

पीपल के वृक्ष की तरह ही एक विशेष प्रकार का पीपल होता है जिसे पारस पीपल कहा जाता है। पारस पीपल का प्रयोग ज्योतिष में तो होता ही है , साथ ही तंत्र प्रयोग व अनुष्ठानों में भी पारस पीपल का प्रयोग लाभदायक माना गया है।

देखने में पारस पीपल सामान्य पीपल से कुछ अलग होता है। आमतौर पे पारस पीपल जंगलों में पाया जाता है जिसकी पत्तियां कुछ गोलाकार होती हैं। इस वृक्ष पर पिले रंग के छोटे छोटे फूल आते हैं जो बहुत सुन्दर दीखते हैं।

पारस पीपल के ज्योतिषीय उपाय

  1. पारस पीपल का तंत्र अनुष्ठान में बहुतायत प्रयोग होता है। इसके पत्ते, फूल , बीज , जड़ , छाल इत्यादि का प्रयोग करके कई तंत्र अनुष्ठानों को संपन्न किया जाता है। तंत्र प्रयोगों में पारस पीपल का सबसे ज्यादा उपयोग वशीकरण साधना में किया जाता है।
  2. यदि आर्थिक समस्या हो तो धन की प्राप्ति के लिए भी पारस पीपल प्रभावी मानी गई है। पारस पीपल के 108 पत्तों पर भगवान विष्णु का मंत्र लिखकर जल में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से शीघ्र लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
  3. यदि किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह से सम्बंधित कोई दोष हो तो पारस पीपल की परिक्रमा व पूजा करना लाभदायक माना गया है।
  4. टोने टोटके की बाधा को दूर करने में भी पारस पीपल प्रभावी है। उच्चाटन की बाधा को दूर करने में पारस पीपल विशेष रूप से प्रभावी होता है। वैसे तो अलग अलग बाधा के लिए अलग प्रयोग होते हैं किन्तु सबसे सरल है " पारस पीपल के 21 पत्तों पर हनुमान जी का मन्त्र लिखकर नदी में प्रवाहित करना "
  5. यदि व्यक्ति में साहस का अभाव हो गया हो तो पारस पीपल की जड़ को चंदन के साथ घिसकर त्रिपुण्ड करने से भय दूर होता है, साहस व नई ऊर्जा का संचार होता है ।

तंत्र व ज्योतिष के अतिरिक्त पारस पीपल अपने औषधीय गुणों के लिए भी महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद में पारस पीपल कई रोगों के उपचार में प्रभावी मानी गई है।

पारस पीपल के औषधीय गुण

  1. पारस पीपल का सेवन वीर्य की वृद्धि करता है।
  2. मानसिक रोगों के उपचार में भी पारस पीपल लाभदायक होता है।

तीव्र औषधीय गुणों की वजह से पारस पीपल का उपयोग अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण में किया जाता है। पारस पीपल का प्रभाव तीक्ष्ण होता है , इसलिए किसी श्रेष्ठ आयुर्वेदाचार्य से परामर्श के बाद ही इन औषधिओं का उपयोग करना चाहिए।

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